अगर आपने हाल ही मेंFailureका सामना किया है तो हम समझ सकते है की आपकी मानसिक अवस्था क्या होगी ।आपका सर घूम रहा होगा और आपके विचार बहुत ही नेगेटिव होंगे, मन में कई हज़ारों सवाल खड़े हो रहे होंगे जैसे की यह मेरे साथ ही क्यों हुआ? मेरे साथ ही हर बार ऐसा क्यों होता है? मेरी तो किस्मत ही खराब है, इस तरह के हजारों सवाल और दूर – दूर तक अंधेरा ही दिख रहा होगा ।लेकिन अभी के लिए सभी चिंताओं को छोड़ दे और पूरे दिल से इस लेख को पढ़िए क्योंकि इस लेख में हम शेयर कर रहे बहुत ही महत्वपूर्ण बातें जो आपके Failure के सिरदर्द को गायब कर सफलता के लिए नया जोश, उत्साह और प्रेरणा की नई साँसे आपके अंदर भरेगा ।आइए तो शुरू करते है 5 ऐसी बातें जो आपके Failure नाम के रोग को दूर करने के लिए दवाई की तरह उपयोग करनी है ।1 – Take Rest (छोटा-सा रेस्ट ले)जैसे की हमने ऊपर बताया की अगर आपने हाल ही में Failure का सामना किया है तो आपका सिस्टम बहुत ही तेज़ चल रहा होगा और आप बहुत ही तनाव में होंगे ।लेकिन अगर आप कोई समाधान चाहते है तो आपको इस परिस्थिति से बहार आना होगा मतलब की आपको आपके सिस्टम को थोड़ा शांत, धीमाकरना होगा, आपके मन के विचारों पे लगाम लगाकर शांत होना होगा और इसके लिए यह बहुत ही जरूरी है की आप एक छोटा-सा रेस्ट ले ।रेस्ट का मतलब है की आपको इस शोर – शराबे से अपने आपको दूर करना है और आपको ऐसी जगह जाना है जहाँ सिर्फ आप अपने साथ हो और आप अपने दिल की बातें सुन पाए, आप खुद को खुद की नजरों से देख पाए और आकलन कर पाए ।कोशिश करे की आप थोड़े समय के लिए लोगों से कट कर प्रकृति के साथ जुड़े क्योंकि प्रकृति से आपको ऊर्जा और शांति मिलेगी जिससे आपके अंदर की थकावट कम होगी और आपका सिस्टम भी धीमा होगा ।यह रेस्ट आपके मानसिक स्वस्थता प्राप्त करने के लिए बेहद जरूरी है इससे आप फिर से तरोताजा महसूस करेंगे और यह रेस्ट वाला स्टेप आपके आगे के स्टेप लेने में भी मदद करेगा ।2 –Analyze Failure (विफलता का विश्लेषण करें)अगर आपने पहले स्टेप को अनुसरण कर लिया है तो तकरीबन आपका सिस्टम धीमा, शांत हो गया होगा और अब आप अपने Failure की समीक्षा करने के योग्य स्थिति में पहुँच गए है ।अब आपको अपने फेलियर की खुले दिल से समीक्षा करनी है इसके लिए पेन और नोटबुक लेकर लोगों से दूर एकांत जगह पर चले जाए, वहाँ जाकर थोड़ी देर के लिए आखें बंद कर शांति से बैठ जाए फिर धीरे – धीरे अपनी योजनाओं (plans) को देखे की आपने क्या सोचकर काम का आरंभ किया था? कैसे प्लान्स बनाए थे? किस ऊर्जा के साथ आगे बढ़े थे? कौन सी वजहें थी जिससे आपके प्लान्स fail हुए? किस कारण आपको आपका मन चाहा परिणाम नहीं मिला? ऐसे शुरू से अंत तक आपको सभी बातें सोचनी हैऔर जो भी महत्वपूर्ण पॉइंट लगे इसे नोटबुक में लिखते रहना है ।अब आपके सामने पूरा प्लान खुला हुआ है, आप खुले दिल से देखे की कौन – कौन सी आपकी गलतियाँ थी जिससे आपको Failure का मुँह देखना पड़ा ।अपनी सभी गलतियों की लिस्ट बना लीजिए और फिर देखिये की अभी इसमें से ऐसी कितनी गलतियाँ है जिसे अभी भी आप सुधार सकते है और अगर आप अभी भी सुधार सकते है तो अभी से लग जाए अपनी गलतियों को सुधारने के काम में ।3 – Understand Failure and Focus on Learning (विफलता को समझे और सीखने पर ध्यान केंद्रित करे)समझ लीजिए कि फेलियर अंत नहीं है, यह एक नई शुरुआत है ।अब आपका सिस्टम भी शांत है और आपने अपनी गलतियाँ भी पकड़ ली है तो अब बारी है हमारे Failure को समझने की ।आपके हाथ में जो था वो आपने अब तक बेस्ट कर लिया जैसे गलतियाँ भी पकड़ी और उसे सुधारने की कोशिश भी की और अब हमें अपने Failure को और गहराई से जानना है ।हमेशा याद रखे fail आपके प्लान होते है आप नहीं ।हम जब तक चलते रहते है, जब तक हार नहीं मानते तब तक हम कभी fail नहीं है, अगर आज आपने Failure का सामना किया हैतो वो आपके प्लान्स की नाकामयाबी है आपकी नहीं, आप फिर से अपने नए प्लान के साथ आगे बढ़ सकते है और बेहतर परिणाम पा सकते है । ऐसा कई लोगों ने किया है और यह बहुत ही आसान है ।फेलियर का मतलब आपका अंत नहीं है बल्कि आपकी नई शुरुआत है अपने नए अनुभव के साथ ।फेलियर कोई अंतिम लक्ष्य या श्राप नहीं है वो तो सफलता (Success) के रास्ते में आने वाला एक छोटा-सा भाग हैइसलिए बार – बार फेलियर के बारे में सोचकर खुद को नीचे ना गिराए, खुद को अपराधी या दोषी ना साबित करे बल्कि फेलियर को समझकर आगे बढ़े ।अगर आप बारीकी से देखेंगे तो आपको समझ आजायेगा की विफलता तो एक मात्र इशारा भर है सफलता की तरफ और मजबूती से आगे बढ़ने के लिए इसलिए बिना घबराहट आगे बढ़े ।4 – Move Forward and Try again (आगे बढ़े और फिर से कोशिश करे)अब तक आपने अपनी गलतियाँ भी जान ली है और इससे आपने बहुत सिख भी लिया है, अब बारी है फिर से नई शुरुआत की। धन्यवाद।
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